भक्ति देना निज चरण की प्रभु हरदम चुनता रहूं सत्पथ सही। भक्ति देना निज चरण की प्रभु हरदम चुनता रहूं सत्पथ सही।
वैराग्य, आत्मचिंतक बन नरहरिदास के अनुगामी हुए । वैराग्य, आत्मचिंतक बन नरहरिदास के अनुगामी हुए ।
बिसरा सारे अंधियारे को नव प्रकाश से नाता जोड़ें। बिसरा सारे अंधियारे को नव प्रकाश से नाता जोड़ें।
जीने दो मुझे सारी दीवारें तोड़ के। जीने दो मुझे सारी दीवारें तोड़ के।
लगता है ऐसे जैसे हिल मिल दुनिया चलती है। लगता है ऐसे जैसे हिल मिल दुनिया चलती है।
हे वंशीधर ! वंशी तेरी, माँझी हर मंझधार का, धुन तू कोई जगा, जगत के सपनों के आधार का। हे वंशीधर ! वंशी तेरी, माँझी हर मंझधार का, धुन तू कोई जगा, जगत के सपनों के आधार...